
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को पेट में दर्द, खिंचाव, मूड स्विंग की समस्या होती है। इन 3-4 दिनों के दौरान महिलाओं को मुंहासें और दर्द होते रहता है। इसलिए इस दौरान आपको अपने खाने का ध्यान रखना जरुरी होता है। उच्च मात्रा में आयरन, हरी पत्तियों वाली सब्जिया, विटामिन बी, विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। कुछ खाघ पदार्थ चिंता और तनाव को बदतर बना देते हैं। तो आइए आपको कुछ खाघ पदार्थों के बारे में बताते हैं जिनका पीरियड्स के दौरान सेवन नहीं करना चाहिए। [ ये भी पढ़ें: चीनी के विकल्प के रूप में करें इन खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल]
रिफाइंड फूड: पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए कॉम्प्लैक्स कार्बोहाइड्रेट जैसे ताजे फल, सब्जियों, अनाज का सेवन करना चाहिए। लेकिन रिफाइंड फूड जैसे वाइट ब्रेड, पास्ता, चिप्स, लो फाइबर सीरियल साधारण कार्बोहाइड्रेट के बने होते हैं जो शरीर में जल्दी बर्न हो जाते हैं और आपको भूख लगने लगती है। कई रिफाइंड फूड में शुगर होती है जिससे थकावट और मूड स्विंग की समस्या होती है।
फैटी और फ्राइड फूड:
पीरियड्स का दर्द आपके शरीर की सूजन पर निर्भर करता है। जिसे लिवर में सी-रिएक्टिव प्रोटीन की मदद से मापा जा सकता है। जिन महिलाओं में इसका लेवल हाई होता है उन्हें पीरियड्स के दौरान खिंचाव, कमर दर्द, ब्रेस्ट में दर्द, खाने की इच्छा और वजन बढ़ने की समस्या होती है। सैचुरेटिड और ट्रांस फैट से शरीर में सूजन बढ़ जाती है। इसलिए इन दौरान डीप फ्राइड फूड, फास्ट फूड, फैटी रेड मीट, फैटी डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करने से बचना चाहिए। [ये भी पढ़ें: पब्लिक टॉयलेट सीट पर टॉयलेट पेपर क्यों नहीं रखना चाहिए]
नमक वाले फूड: अगर आपको हर महीने वॉटर रिटेंशन और ब्लोटिंग की समस्या होती है तो नमक वाले भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए। शरीर में ज्यादा मात्रा में नमक होने से पसीना ज्यादा आने की वजह से पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है। इस दौरान नमक वाले पदार्थ जैसे- नट्स, अचार, चीज, सोया सॉस आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
मीठे फूड:
मूड स्विंग और चिंता पीरियड्स के दौरान होने वाले सामान्य लक्षण हैं। इस वजह से आपको मीठा खाने की इच्छा करती है जिसकी वजह से तनाव बढ़ जाता है। ज्यादा मात्रा में मीठा खाने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे वॉटर रिटंशन की समस्या बढ़ जाती है। मिठाई, केक, कुकीज नहीं खानी चाहिए।
एल्कोहल:
एल्कोहल पीरियड्स के दौरान दर्द और चिंता को बढ़ा देते हैं। इस वजह से खिंचाव काफी समय तक रह सकते हैं। साथ ही नींद भी बाधित होती है। [ये भी पढ़ें: जानिए रबिंग एल्कोहल से होने वाले फायदों के बारे में]