
ड्राइ फ्रूट(सूखे मेवे),सीड्स(बीज),ग्रेन(अनाज) का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। ये एंटी-ऑक्सीडेंट, पोषक तत्व, कार्बोहाइड्रेट, फैटी एसिड और अमीनो एसिड से भरपूर होते हैं। यहीं कारण होता है कि त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने से लेकर शरीर को अनेक बीमारियों से बचाने और पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए नट्स और ड्राइ फ्रूट का सेवन करना उपयोगी होता है। अक्सर आपने सुना होगा कि कुछ खाद्य पदार्थों को भिगोकर खाना चाहिए। बादाम, चना, किशमिश, सोयाबीन आदि को रात को पानी में भिगोकर सुबह इनका सेवन करना ज्यादा लाभकारी होता है। आइए जानते हैं कि क्यों नट्स और सीड्स को भिगोकर खाना ज्यादा लाभकारी होता है। [ये भी पढ़ें: स्वस्थ रहने के लिए पोटेशियम क्यों है जरुरी]
1.टैनिन के सेवन का खतरा कम होता है: कुछ नट्स और सीड्स जैसे बादाम आदि के छिलके में टैनिन होता है इसलिए बादाम को रातभर भिगोकर रखें। ऐसे में इसके छिलके आसानी से उतर जाते हैं और स्वास्थ्यवर्धक गुण बढ़ जाते हैं।
2.फिटिक एसिड के दुष्प्रभाव को कम करता है: कुछ नट्स, सीड्स और अनाज आदि की ऊपरी परत और छिलके आदि में फिटिक एसिड पाया जाता है। फिटिक एसिड का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है इससे आयरन और जिंक की कमी का खतरा पैदा हो जाता है। नट्स और सीड्स को भिगोकर खाने से छिलके आसानी से उतर जाते हैं साथ ही फिटिक एसिड की मात्रा भी कम हो जाती है। [ये भी पढ़ें: मेनोपॉज के अलावा हॉट फ्लैश के क्या कारण हो सकते हैं]
3.एंजाइम अवरोधकों को खत्म करता है: एंजाइम दो प्रकार के होते हैं डायजेस्टिव एंजाइम और मेटाबोलिक एंजाइम। दोनों ही एंजाइम्स स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होते हैं। कुछ नट्स और सीड्स में ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं जो डायजेस्टिव एंजाइम और मेटाबोलिक एंजाइम के साथ बंध बना लेते हैं और इनके कार्य में बाधा पैदा करते हैं। नट्स और सीड्स को भिगोकर खाने से हानिकारक एंजाइम्स निष्क्रिय हो जाते हैं। ऐसे में अगर भिगोने के लिए गरम पानी का इस्तेमाल करें तो ज्यादा फायदेमंद रहता है।
4.अंकुरित हो जाते हैं: चना, सोयाबीन, ग्रेन आदि को 24 से 48 घंटे तक भिगोने से इनका अंकुरण हो जाता है। अंकुरित अनाज का सेवन करने से यह शरीर को कई बीमारियों से भी बचाता है और साथ ही वजन भी कम करने में मदद करता है। अंकुरित अनाज में विटामिन, प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम के अलावा और भी कई पोषक तत्व होते हैं जो वजन को नियंत्रित रखने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।
5.नट्स और सीड्स को कैसे भिगोएं: नट्स और सीड्स को गर्म पानी में भिगोना अधिक फायदेमंद होता है । इन्हें कम से कम 7 घंटे के लिए जरुर भिगोना चाहिए। भीगे हुए नट्स के छिलकों को उतार दें। जिन नट्स और सीड्स पर छिलके नहीं होते उन्हें भी भिगोकर खाना ही फायदेमंद रहता है। [ये भी पढ़ें: पेट के बैक्टीरिया कैसे आपके वजन को प्रभावित करते हैं]