
सर्दी हो या गर्मी अंडरआर्म्स में पसीना आना आम बात होती है। इस पसीने के कारण अक्सर बदबू का सामना करना पड़ता है। पसीने की बदबू किसी को भी पसंद नहीं होती और इसकी वजह से आपको शर्मिंदगी का सामना ना करना पड़े उसके लिए लोग अक्सर डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डियोड्रेंट के इस्तेमाल से भले ही आपको अच्छी खुशबू मिल जाए लेकिन यह आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकती है। आइए जानते है कि डियोड्रेंट का इस्तेमाल शरीर के लिए नुकसानदेह क्यों होता है।[ये भी पढ़ें: अधिक पसीना आने से हैं परेशान तो ऐसे करें समाधान]
हानिकारक केमिकल्स होने का खतरा: डियोड्रेंट में कुछ हानिकारक केमिकल्स होते हैं। जब यह हानिकारक केमिकल्स डियोड्रेंट का इस्तेमाल के कारण त्वचा द्वारा अवशोषित कर लिए जाते हैं तो ये पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और त्वचा संबंधी अनेक बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
पेस्टीसाइड होने का खतरा: ट्राइक्लोजन नामक एक हानिकारक एंटी-बैक्टीरियल पेस्टीसाइड का इस्तेमाल कुछ डियोड्रेंट को बनाने में किया जाता है। इस केमिकल के इस्तेमाल से आपकी त्वचा पर जलन, खुजली जैसी समस्या हो सकती है। साथ ही ट्राइक्लोजन शरीर के लिए हानिकारक माना जाता है। इसलिए ऐसे डियोड्रेंट का इस्तेमाल ना करें जिसमें ट्राइक्लोजन मौजूद हो।[ये भी पढ़ें: खाना खाते समय घूमना क्यों होता है हानिकारक]
पसीने को रोकता है: पसीना आना एक नेचुरल प्रक्रिया है जो की शरीर को ठंडा रखने के लिए आवश्यक होती है और इससे शरीर के टॉक्सिन्स निकल जाते हैं। लेकिन डियोड्रेंट पसीने को आने से रोकता है जिससे बदबू तो कम हो जाती है लेकिन शरीर के टॉक्सिन पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते जो कि शरीर के लिए हानिकारक होता है।
इम्यून सिस्टम के लिए हानिकारक: डियोड्रेंट में पाए जाने वाले कुछ रसायन जैसे पैराबॉन्स आदि बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं लेकिन रिसर्च से पता चलता है कि वे शरीर के अंत स्त्राव प्रणाली पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। जिससे इम्यून सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कपड़ों पर दाग लग जाते हैं: अक्सर आप अपने कपड़ों में बगल के पास पसीने के दाग पाते हैं। यह डियोड्रेंट की वजह से होता है। जिससे काले और सफेद कपड़ो पर पीले दाग लग जाते हैं और कपड़े गंदे हो जाते हैं। [ये भी पढ़ें: अपने लिए खाना बनाने से क्या फायदे होते है]