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आज के समय में सैनेटाइजर एक ऐसा हाइजीन प्रोडक्ट है जो सबसे ज्यादा प्रचलन में हैं। लोग जैसे-जैसे स्वच्छता के महत्व को समझ रहें है वैसे-वैसे हैंड सैनेटाइजर का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। लेकिन हैंड सैनेटाइजर का अधिक प्रयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है, इसलिए आइए जानते हैं सैनेटाइजर के उपयोग से आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। [ये भी पढ़ें: एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाद्य पदार्थों को करें आहार में शामिल]
1. मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाता है: सेनेटाइजर में एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए ट्राइक्लोसोन का प्रयोग किया जाता है जो कि रासायनिक एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधक बैक्टीरिया पैदा कर सकता है। नेशनल एकेडमी ऑफ साइंस के 2012 में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि यह रसायन मांसपेशियाओं को कमजोर कर सकता है, जिससे मांसपेशियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।
2. नोरोवायरस के खिलाफ प्रभावहीन होता है: सैनेटाइजर नोरोवायरस जो की डायरिया और उल्टी का मुख्य कारण होता है और तमाम तरह का इंन्फेक्शन फैलाने का भी कारण होता है उसके लिए प्रभावहीन होता है। इसलिए सेनेटाइजर के इस्तेमाल की बजाय हाथ धोना ज्यादा सही होता है। कनाडा के मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित 2011 के अध्ययन में पाया गया कि स्वास्थ्य देखभाल के लिए सैनेटाइजर का लगातार प्रयोग करने वाले लोगो की त्वचा नोरोवायरस प्रकोपों के लिए 6 गुना ज्यादा संवेदनशील होती है।
3. त्वचा को रुखा बनाता है: यह त्वचा को रुखा बनाता है इसमें मौजूद एल्कोहल त्वचा की रक्षात्मक परत को नष्ट करता है। इसलिए यह रुखी त्वचा और त्वचा के लाल होने व छिलने का मुख्य कारण होता है इसलिए छोटे बच्चे की त्वचा पर भी इनका प्रयोग नहीं करना चाहिए अन्यथा यह हानिकारक हो सकती है।[ये भी पढ़ें: पानी पीने के लिए प्लास्टिक बोतल का इस्तेमाल गलत क्यों हैं, जानें इसके साइड इफेक्ट्स]
4. एलर्जी को पैदा करता है: 18 साल से कम उम्र वाले बच्चों के लिए ट्राइक्लोसोन अधिक हानिकारक होता है। ये तत्व सीजनल एलर्जी को पैदा कर सकता है, साथ ही ये ऑटोइम्यून बीमारियों को पैदा कर सकते हैं। इसलिए इनका अधिक उपयोग ना करें।
5. जलने वाले तत्व: बहुत से हैंड सेनेटाइजर में ऐसे पदार्थ होते हैं वे ज्वलनशील होते हैं। इसलिए इसे जब भी इस्तेमाल करें तो अच्छे से इस्तेमाल करें और तब तक हाथों पर मसले जब तक की ये पूरा सूख ना जाएं। ऐसा करने से एल्कोहल वाष्पित होकर निष्क्रिय हो जाता है और हाथ जलने का खतरा नहीं रहता।[ये भी पढ़ें:किफायती आदतें जिन्हें सीखकर आप अपनी सेहत को बना सकते हैं बेहतर]