
स्नैक्स इंसान हमेशा खाने के बीच में खाता है ताकि उन्हें ज्यादा भूख ना महसूस हो। स्नैक फूड्स का मतलब है कि प्रोसेस्ड और हाई-कैलोरी फूड्स जैसे- चिप्स और कूकिज। स्नैक्स खाने के पीछे सबसे बड़ी बात भूख है। खाना ना खाने के बजाय लोग अपनी भूख को कम करने के लिए स्नैक्स का सेवन करते हैं। लेकिन लोगों को ये पता नहीं होता है स्नैक्स उनकी थोड़ी देर की भूख तो कम कर देगा लेकिन इसकी वजह से स्वास्थ्य पर कई हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं, इसके अलावा इसके फायदे भी होते हैं। लोगों को इसकी वजह से कई परेशानी महसूस होती है लेकिन वो इसका हल नहीं ढूंढ पाते हैं और स्नैक्स का सेवन करते हैं। स्नैक्स का सेवन ज्यादातर कम उम्र के लोग करते हैं। आइए जानते हैं स्नैक्स खाना सेहत के लिए उचित है या नहीं। [ये भी पढ़ें: स्वास्थ्यवर्धक बीज जो आपकी सेहत के लिए हैं फायदेमंद]
भूख को कैसे प्रभावित करता है:
स्नैक्स का सेवन करने से लोगों की भूख प्रभावित होती है क्योंकि शरीर में कैलोरी की मात्रा ज्यादा हो जाती है। जो लोग हाई फाइबर, हाई प्रोटीन वाले स्नैक्स का सेवन करते हैं तो ग्रेलिन नामक हंगर हार्मोन प्रभावित होती है जिनमें 425 कैलोरी होती है।
वजन को कैसे प्रभावित करती है:
स्नैक्स का सेवन करने से वजन प्रभावित नहीं होती है। जो लोग बहुत पतले होते हैं अगर वो अपने खाने के बीच में स्नैक्स का सेवन करते हैं तो वो लगभग 40 प्रतिशत तक अपना वजन बढ़ता देखते हैं। उनका लिवर फैट और बेली फैट भी बढ़ता है। [ये भी पढ़ें: सांसों की बदबू आने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं]
ब्लड प्रेशर को कैसे प्रभावित करता है:
किस तरह के स्नैक्स का आप सेवन करते हैं उसपर आपका ब्लड प्रेशर निर्भर करता है। कार्ब की कम और फाइबर की अधिक मात्रा वाले स्नैक्स खाने से इंसुलिन और ब्लड शुगर पर बुरा असर नहीं होता जबकि अगर आप अधिक कार्ब्स वाले स्नैक्स का सेवन करते हैं तो इससे डायबिटीज वाले लोगों में इंसुलिन का स्तर असंतुलित हो सकता है। जिन स्नैक्स में प्रोटीन की मात्रा अत्यधिक होती है वो ब्लड शुगर को नियंत्रित रख सकता है।
तो स्नैक्स का सेवन करना फायदेमंद है या नुकसान?
अगर आप भोजन के बीच में स्वस्थ स्नैक्स खाते हैं तो आप जल्दी-जल्दी खाने से बच जाते हैं साथ ही आप कम खाते हैं जिससे आपका वजन नियंत्रित रहता है।
अगर आप ऐसे स्नैक्स का सेवन करते हैं जिसमें कैलोरी ज्यादा मात्रा में होती है तो वैसे में आपका वजन बढ़ सकता है। [ये भी पढ़ें: विटामिन K शरीर के लिए क्यों आवश्यक है]