
Tips for migraine pain: खाद्य पदार्थ जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ाते हैं
Tips for migraine pain: माइग्रेन की वजह से होने वाला सिरदर्द अधिक दर्दनाक होता है। माइग्रेन का दर्द अक्सर मिचली, चक्कर आना और उल्टी के साथ होता है। माइग्रेन की वजह से होने वाला दर्द घंटों तक हो सकता है। यह दर्द आमतौर पर सिर के साइड में होता है और असहनीय होता है। इस संबंध में, लोग माइग्रेन दर्द को रोकने के लिए दवा का उपयोग करते हैं। माइग्रेन हार्मोनल परिवर्तन, तनाव, अवसाद और अपर्याप्त नींद के कारण होता है। इसके अलावा, कुछ खाद्य पदार्थ हैं जो माइग्रेन के दर्द को ट्रिगर कर सकते हैं। आपको इन खाद्य पदार्थों से अवगत होना चाहिए ताकि आप इन खाद्य पदार्थों के सेवन से बच सकें और माइग्रेन दर्द को रोक सकें। [ये भी पढ़ें: माइग्रेन के दर्द को कम करने के प्राकृतिक उपाय]
Tips for migraine pain: खाद्य पदार्थ जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ाते हैं
- एल्कोहल
- कैफीन
- प्रोसेस्ड मीट
- पैक्ड फूड्स या ड्रिंक्स
- चॉकलेट क्रेविंग
एल्कोहल:

एल्कोहल विशेष रूप से रेड वाइन माइग्रेन को ट्रिगर करता है। एल्कोहल में टैनिन और फ्लैवोनॉयड्स जैसे यौगिक होते हैं, जो माइग्रेन की समस्या को बढ़ाते हैं। इसके अलावा, एल्कोहल का सेवन डिहाईड्रेशन का कारण भी बनता है जो सिरदर्द को बढ़ाता है।
कैफीन:
यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो आपको कैफीन के सेवन को सीमित करना चाहिए। अधिक कैफीन का सेवन आपके दिमाग के रिसेप्टर्स को प्रभावित करता है जिसके कारण माइग्रेन की समस्या होती है।
प्रोसेस्ड मीट:
प्रोसेस्ड मीट का सेवन माइग्रेन की समस्या को बढ़ाता है। मांस में एक सोडियम नाइट्रेट नामक प्रीसरवेटिव होता है, जो मस्तिष्क रसायन में परिवर्तन का कारण बनता है जिससे माइग्रेन का दर्द ट्रिगर होता है।
पैक्ड फूड्स या ड्रिंक्स:
आर्टिफिशिल स्वीटनर माइग्रेन को ट्रिगर करने में योगदान देता है। माइग्रेन को रोकने के लिए पैक किए गए खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का उपभोग करना बंद करें। डाइट सोडा, नाश्ता में अनाज और पुडिंग शामिल हैं।
चॉकलेट क्रेविंग:
चॉकलेट का सेवन भी माइग्रेन को बढ़ाता है। मिठ के लिए क्रेविंग आना माइग्रेन का लक्षण होता है। माइग्रेन के शुरुआती चरण में, लोग चॉकलेट क्रेविंग का अनुभव करते हैं। [ये भी पढ़ें: कारण जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ा सकते हैं]
कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनका सेवन आपके माइग्रेन की समस्या को बढ़ाता है और उनके कारण होने वाले दर्द को भी असहनीय करता है।