
Infant vomiting: शुरुआत के दिनों में शिशु का उल्टी करना काफी सामान्य है।
Baby Vomiting: अगर आप अभी-अभी मां बनी हैं तो आप अपने नवजात शिशु की देखभाल को लेकर बेशक चिंतित रहती होंगी। आपके शिशु को होने वाली हर असहजता को लेकर आप परेशान हो जाती हैं और उसे हर परेशानी से दूर रखना चाहती हैं। नवजात शिशु को होने वाली आम समस्याओँ में से एक है उल्टी होना। शुरुआत के दिनों में शिशु का उल्टी करना काफी सामान्य है क्योंकि इस दौरान बच्चा अपने आहार के साथ सामंजस्य बैठा रहा होता है साथ ही उनका शरीर विकास कर रहा होता है। फिर भी आपको जानना चाहिए कि शिशु का उल्टी करना कब तक सामान्य है और कब आपको चिंता करने की जरुरत है। आइए जानते हैं शिशु का उल्टी करना कब सामान्य है और कब नहीं। [ये भी पढ़ें: नवजात शिशु को कैसे नहलाएं]
Baby Vomiting: शिशु का उल्टी करना कब सामान्य है और कब नहीं
- कब उल्टी करना सामान्य है
- कब आपको चिंतित होना चाहिए
कब उल्टी करना सामान्य है
आहार के साथ समायोजन

जन्म के बाद शिशु को अपने आहार के साथ समायोजन बनाने में समय लगता है। इस दौरान बच्चे का उल्टी करना सामान्य है और आपको इसके लिए चिंता करने की जरुरत नहीं। इस दौरान शिशु उल्टी करने के साथ रोता भी है। हालांकि यह केवल कुछ महीनों में सामान्य हो जाता है।
कार सिकनेस
अगर आप अपने नवजात शिशु के साथ यात्रा कर रही हैं तो गाड़ी और सड़कों पर यात्रा करने कारण भी शिशु उल्टी कर सकता है और यह सामान्य है।
लंबे समय तक रोना

अगर शिशु लंबे समय तक रोता है या खांस रहा है तो इस कारण भी वह उल्टी कर सकता है और इस बारे में आपको अधिक चिंता करने की जरुरत नहीं है। अधिक देर तक रोने से बच्चे पर तनाव पड़ता है और यह उल्टी का कारण बन सकता है।
कब आपको चिंतित होना चाहिए
फूड एलर्जी
जब शिशु सामान्य आहार लेना शुरु करता है तो ऐसा अक्सर होता है कि उसे फूड एलर्जी का सामना करना पड़े। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें किसी विशेष खाद्य पदार्थ से एलर्जी होती है। इस स्थिति में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
उल्टी में खून आना
एक या दो बार शिशु की उल्टी में खून की एक या दो बूंदे दिखना चिंता का विषय नहीं होगा। हालांकि अगर ऐसा कई बार हो और खून की मात्रा ज्यादा हो तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
उल्टी के साथ बुखार या डिहाइड्रेशन
अगर आपके शिशु को उल्टी के साथ अन्य समस्याएं जैसे बुखार, मुंह का सूखना, रोते वक्त आंसू ना आना या शिशु का स्तनपान ना करना आदि दिखें तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
[जरुर पढ़ें: नवजात शिशु को होने वाली आम समस्याएं और इनके उपचार]
नवजात शिशु का शरीर विकास कर रहा होता है और इस कारण वह अक्सर संक्रमण आदि के संपर्क में आ जाते हैं। इसलिए उनकी हाइजीन का ख्याल रखें। आप इस आर्टिकल को इंग्लिश में भी पढ़ सकते हैं।