
Dashamoola Herbs: दशमूल हर्ब का सेवन शरीर के लिए लाभकारी होता है।
Dashamoola Herb: दशमूल शरीर के लिए काफी उपयोगी हर्ब होता है। दशमूल हर्ब का उपयोग प्राचीन काल से ही आयुर्वेदिक दवाओं के रुप में किया जाता रहा है। 10 आयुर्वेदिक जड़ी-बूंटियों के मिश्रण से दशमूल हर्ब बनाया जाता है। यह जड़ी-बूंटी नसों की समस्याओं, मसल्स की ऐंठन, हड्डियों और जोड़ों के दर्द को ठीक करने के लिए लाभकारी होता है। दशमूला सूजन की समस्या को दूर करने के लिए बेहद लाभकारी होता है। आइए जानते हैं शरीर के लिए कैसे दशमूला हर्ब(Dashamoola Herb) का सेवन लाभकारी होता है। [ये भी पढ़ें: खाना बनाते वक्त की जानें वाली गलतियां]
दशमूल हर्ब से होने वाले फायदे
- दशमूल हर्ब में इस्तेमाल की जाने वाली जड़ी-बूंटियां
- दशमूल हर्ब के लाभ
- बुखार को ठीक करता है
- पाचन की समस्या को ठीक करता है
- माइग्रेन को खत्म करता है
- अर्थराइटिस और सूजन को कम करता है
दशमूल हर्ब बनाने के लिए आवश्यक जड़ी-बूंटियां-
दशमूल हर्ब को बनाने के लिए इन 10 जड़ी-बूंटियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
1. अग्निमंथ
2. गंभारी
3.बिल्व
4.पृश्निपर्णी
5.बृहती
6.कंटकारी
7.गोखरू
8.पटाला हर्ब
9.शालपर्णी
10.श्योनाक
दशमूल हर्ब के लाभ
1. पाचन की समस्या को ठीक करता है-

गैस, एसिडिटी का होना और खाने का सही तरह से ना पच पाना आजकल आम समस्या हो चुकी है। दशमूला का सेवन क्रोनिक पेन को कम करता है साथ ही पेट दर्द, कब्ज, बार-बार डकार आने और एसिडिटी की समस्या से निजात दिलाने के लिए लाभकारी होता है।
2.बुखार को ठीक करता है-
दशमूला हर्ब में में एंटी प्रेट्रिक गुण होते हैं जो कि तेज बुखार को ठीक करने के लिए लाभकारी होते हैं। यह शरीर के तापमान को सही रखता है। किसी भी अन्य आयुर्वेदिक औषधि की तुलना में दशमूला का सेवन बुखार को ठीक करता है। कुछ अन्य हर्ब्स का सेवन करके भी बुखार को ठीक किया जा सकता है इनके बारे में ज्यादा जानने के लिए क्लिक करें।
3.माइग्रेन को खत्म करता है-

माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए भी दशमूल हर्ब उपयोगी होता है। बहुत सारे लोगों को माइग्रेन के दर्द के साथ-साथ उल्टी, जी-मिचलाने, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या होती है। जिसे ठीक करने के लिए दशमूला हर्ब का सेवन उपयोगी होता है।
4. अर्थराइटिस और सूजन को कम करता है-
दशमूल हर्ब में एंटी-इंफ्लेमेंट्री गुण होते हैं जो कि दर्द, सूजन आदि को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही इस हर्ब में मौजूद इसमें एनाल्जेसिक और दर्द को कम करने के गुण अर्थराइटिस की परेशानी को दूर करने में मददगार होते हैं। [ये भी पढ़ें: बालों को धोने के लिए कुछ प्राकृतिक पदार्थों का करें प्रयोग]
दस जड़ी-बूंटियों से मिलाकर बना दशमूल हर्ब आपको सेहतमंद बनाए रखने के लिए उपयोगी होता है। इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़ने के लिए क्लिक करें।