
Ginger Milk: अदरक का दूध पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है
benefits of Ginger Milk: दूध का स्वाद बढ़ाने और स्वास्थ्यवर्धक गुणों को बढ़ाने के लिए अदरक काफी फायदेमंद होती है। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्र्री, एंटी-बैक्टीरियल गुण होने के साथ-साथ अनेक मेडिकल प्रोपर्टीज पाई जाती है। इसलिए अदरक के दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। सर्दी-जुकाम से बचाने के साथ अदरक का दूध, हल्दी के दूध की तरह बदन दर्द को दूर करने के लिए उपयोगी होता है। दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसमें अदरक मिलाने से इसके स्वास्थ्यवर्धक लाभ और भी बढ़ जाते हैं। आइए जानते हैं कि अदरक का दूध पीना स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद होता है। [ये भी पढ़ें: स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होती है इलायची की चाय]
Ginger Milk: अदरक का दूध पीने के फायदे
- इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है
- पाचन शक्ति बढ़ाती है
- ऑस्टियोपोरोसिस से रक्षा करता है
- गले की खराश कम करता है
1. अदरक का दूध बनाने की विधि- अदरक का दूध बनाने के लिए दूध को गर्म करके उसमें अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े डालकर उबालें और फिर छान लें। आप चाहें तो अदरक को पीसकर भी डाल सकते हैं। रात को सोने से पहले इस दूध का सेवन फायदेमंद होता है।
2.इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है-

अदरक में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि बैक्टीरिया को खत्म करते हैं और शरीर को बैक्टीरिया के संक्रमण से बचाती है। इसलिए अदरक का दूध पीने से इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है और शरीर की बीमारियों से रक्षा होती है।[ये भी पढ़ें: दूध में लहसुन मिलाकर सेवन करने से क्या स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं]
4.ऑस्टियोपोरोसिस से रक्षा करता है-

अदरक का दूध हड्डियों की ताकत को बढ़ाता है। इसमें कैल्शियम के साथ-साथ पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। इसे पीने से हड्डियों की कमजोरी दूर होती है साथ ही सूजन और दर्द भी कम हो जाते हैं। अदरक का दूध पीने से ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव होता है।
5.गले की खराश कम करता है- गले की खराश को कम करने के लिए अदरक का दूध फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण कफ, फ्लू और गले के संक्रमण के खतरे को कम करते हैं जिससे गले की खराश ठीक होती है और आप आसानी से चीजें निगल पाते हैं। [ये भी पढ़ें: हल्दी और अदरक की चाय के सेवन से होने वाले लाभ]
इस प्रकार अदरक का दूध पीना सेहत के लिए फायदेमंद होता है।इस आर्टिकल को इंग्लिश में पढ़ने के लिए क्लिक करें।