कुण्डलिनी चक्रों का संबंध आपकी आध्यात्मिक शक्ति और स्वास्थ्य से होता है। ये सात चक्र आपके अलग-अलग शारीरिक अंगों के स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। इनकी स्थिति को सही रखने से आपको लाभ पहुंचते हैं।
अध्यात्म
40 की उम्र के बाद कैसे जाएं अध्यात्म के करीब
उम्र बढ़ने के साथ लोग मोह माया त्यागकर खुद को अध्यात्म के करीब लाने के प्यास में लग जाते हैं। खासकर 40 की उम्र के बाद जब उनके पास ज्यादा काम नहीं होता है तो वह खुद को कई चीजों की मदद से अध्यात्म के करीब ला सकते हैं।
अध्यात्मिक जागृति के कारण रात को 3 से 5 बजे के बीच खुल सकती हैं आपकी नींद
रात को अलग-अलग समय पर उठने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। व्यक्ति के शरीर में कई ऊर्जा केंद्र होते हैं जो अलग-अलग समय पर सक्रिय होते हैं इनका सीधा जुड़ाव व्यक्ति के उठने के समय से हो सकता है।
कर्म के ये नियम बदल देंगे आपका जीवन
कर्म का अर्थ है कार्य, जो आप जीवन में करते हैं। कर्म के कुछ नियम है जिनको आप शायद ही जानते होंगे। अगर कर्म के इन नियमों के अनुसार चलते है तो आपके लिए जीवन जीना आसान हो जाता है।
अध्यात्म के जरिए दूर करें अपना तनाव
जब आप अध्यात्मिक होते हैं तो आप खुद को बेहतर जान पाते हैं और अपनी क्षमताओं को समझ पाते हैं। अध्यात्म को अपनाने से आपका मन शांत और सुरक्षित महसूस करता है जिससे तनाव में राहत मिलती है।
अध्यात्म से जुड़ कर आप खुद को बेहतर जान पाएंगे
अध्यात्मिक होना जीवन को कई तरह से व्यवस्थित बना सकता है। अध्यात्म के करीब आने से हम खुद को खुद से जोड़ पाते हैं और मन की शांति को प्राप्त करते हैं। इस लेख के जरिए आप जानेंगे कि अध्यात्म के क्या फायदें होते हैं।
वृद्धावस्था में बनाएं अध्यात्म को अपना साथी
वृद्धावस्था एक ऐसी अवस्था है जब इंसान अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जीवनयापन करता है। इस दौरान अध्यात्म के करीब रहना बेहतर हो सकता है। वृद्धावस्था में अध्यात्म के निकट रहने के लिए इन बातों का पालन जरुर करें।
उपाय जिनसे जीवन में होगा सकारात्मक ऊर्जा का संचार
जीवन में सकारात्मकता का होना खुशहाल जीवन का प्रतीक है। अगर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की जगह नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा हो जाए तो स्थिति खराब हो सकती है। इसलिये आप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए कई तरीके अपना सकते हैं।
उपाय जो आपके जीवन में लाएंगे अध्यात्मिकता का प्रकाश
जीवन में अध्यात्म का प्रकाश होना बेहद जरुरी है। बहुत लोग अध्यात्मिकता को अपनाना चाहते हैं पर वो ये नहीं जानते कि अध्यात्मिक कैसे हो सकते हैं। इन सुझावों के द्वारा हम आसानी से अध्यात्म के करीब जा सकते हैं।
इस तरह से आप वर्कप्लेस पर भी जुड़े रह सकते हैं अध्यात्म से
ऑफिस, दफ्तर, या जहां हम काम करते हैं, ये वो जगह हैं जहां काम का तनाव ज्यादा होता है। ऐसे में इस जगह हमारा सम्पर्क अध्यात्म से टूट जाता है। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि वर्कप्लेस पर भी कैसे आप अध्यात्म से जुड़े रह कर तनाव से मुक्त रह सकते हैं।