अपने बुरे समय में व्यक्ति जब सारी उम्मीद छोड़ देता है तो भगवान किसी ना किसी तरह व्यक्ति से बात करके उसके जीवन में सकारात्मकता लाने में मदद करता है ताकि समस्याओं से बाहर आया जा सके।
अध्यात्म
अपने आध्यात्मिक अभ्यास को कैसे बढ़ाएं
अध्यात्मिक अभ्यास में महारत हासिल करने के लिए आपको सबसे पहले सच्चाई बोलना सिखना पड़ता है और अपने अंदर की सारी झूठ बातों को खत्म करना होता है। अध्यात्मिक अभ्यास के लिए धोखे, चोरी, झूठ और हिंसक कार्यों को भी कम करने की जरूरत है।
विजयादशमी 2017: दशहरा का हमारे वास्तविक जीवन में क्या महत्व है
दशहरा या विजयादशमी हमें सीखने मिलता है कि बुराई कितनी भी बड़ी हो, जीत अच्छाई की ही होती है। इस दिन हर मनुष्य को अपनी उन आदतों को जला देना चाहिए जो हमारे दिमाग पर कब्जा करती हैं।
महानवमी 2017: नौवें दिन देवी सिद्धिदात्री की आराधना का महत्व
नवरात्रि का नौवा दिन महानवमी के रुप में लोकप्रिय है और बाकी दिनों से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दुर्गा पूजा का अंतिम और समापन दिन है। साधक को अपने नौ दिनों के व्रतों के समापन के लिए इस दिन देवी सिद्धिदात्री की मन से अाराधना करनी चाहिए।
दुर्गा अष्टमी 2017: आठवें दिन देवी महागौरी की पूजा का महत्व
देवी महागौरी शुद्धता, शांति और समृद्धि का प्रतीक हैं। महा अष्टमी के दिन इनकी आराधना करने से साधक को ज्ञान का मार्ग प्राप्त होता है और उसके हृदय से सभी बुराइयां खत्म होती हैं।
व्यस्त जीवन में क्यों जरुरी है अध्यात्म
व्यस्त और भाग-दौड़ भरे जीवन में भी आध्यात्मिकता आवश्यक है। काम भले ही जीविका देता हो लेकिन अध्यात्म जीवन को दिशा देता है, भाग-दौड़ भरे जीवन में अगर शांति चाहते हैं तो जीवन में अध्यात्म का मार्ग चुनें।
नवरात्र स्पेशल: हवन का अध्यात्मिक और वैज्ञानिक रुप से क्या महत्व है
हम सभी हवन के रिवाज को केवल धर्म से जोड़कर देखते हैं लेकिन हवन का असल में हमारे जीवन में और भी कई महत्व है। हवन हमारे जीवन में आध्यात्मिक और वैज्ञानिक महत्व भी रखता है।
अध्यात्म देता है प्रेक्टिकल जीवन जीने की दिशा
जीवन में ये मानना की अध्यात्म आपको काल्पनिक जीवन की ओर ले जाता है, आपकी एक बड़ी भूल हो सकती है। अध्यात्म ही एक ऐसा मार्ग है जिस पर चलकर आप अपने वास्तविक जीवन को जीने के लिए प्रेरित होते हैं।
अध्यात्म और रचनात्मकता एक-दूसरे से जुड़े हैं, जानें कैसे
अध्यात्म और रचनात्मकता साथ- साथ चलते हैं, जो लोग आध्यात्मिक हो वो अक्सर रचनात्मक भी होते हैं। लेकिन बहुत से लोग इस बारे में नहीं जानते क्योंकि वे रचनात्मकता और कला में फर्क नहीं समझते, रचनात्मकता के अनेक रुप होते हैं और यह कला से भिन्न सदैव भिन्न होती है।
अध्यात्म आपको कैसे रखता है स्वस्थ
अध्यात्म हमारे मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को अच्छा रखता है। मन-आत्मा में एक दूसरे से संबंधित होते हैं इसलिए अगर आप अध्यात्म का सहारा लेते हैं तो वो आपके स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।