
अध्यात्म का सही मायनों में अर्थ होता है स्वयं को जानना और समझना। बहुत से लोग अध्यात्म को धर्म के साथ जोड़कर देखतें है जिसमे वो यह समझ बैठते हैं कि ईश्वर की पूजा-उपासना करना ही आध्यात्म के अंतर्गत आता है। जबकि ऐसा नहीं है। अध्यात्म आपको खुद से जोड़ने के काम आता है जिसे अपनी गलत-सही सभी बातों को जानना और उन पर बेहतर रूप से काम करना और अपने भीतर नये और समय के अनुकूल विचार लाना आदि कहा जा सकता है। हमेशा अपने आपको प्रोत्साहित करना और हर काम के लिए प्रयास करना। यह सभी बातें अध्यात्म के अंतर्गत आती हैं। चलिए जानते हैं कि कैसे हम और ज्यादा अध्यात्मिक हो सकतें हैं। [ये भी पढ़ें : बिना धार्मिक हुए भी आप हो सकते है अध्यात्म के करीब]
कुछ समय एकांत में बिताएं:
अपने आप को जानने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है एकांत। क्योंकि यही समय होता है जब आप खुद को बेहतर रूप से जान पाते हैं। इसके लिए अपने घर या आस-पास कोई ऐसी जगह को चुने जहां आप एकांत में कुछ समय बिता सकें। उस जगह पर जायें जहां शोर कम होता हो। वहां जा कर कुछ देर अपनी सारी चिंताओं के बारें में भूल कर केवल ध्यान लगायें।
मेडिटेशन करें:
मेडिटेशन आज मानसिक स्वस्थ्य के लिए बहुत जरुरी है, साथ ही ये हमें अध्यात्म के करीब ले जाने में भी सहायक है। मेडिटेशन व्यक्ति को भीतर से मजबूती प्रदान करता है। आपके मन को शांत रखता है, मेडिटेशन सफलता के लिए प्रतिबद्ध करता है। मन में चल रहें सभी बुरे ख्यालों को कम करता है जिससे व्यक्ति सकारात्मक रूप से सोचना शुरू कर देता है। सकारात्मक सोच उत्पन्न होने पर व्यक्ति अपने मन और इच्छाओं पर काबू करना सीखता है, जो अध्यात्मिक होने के लिए बहुत ही जरुरी है। [ये भी पढ़ें : अध्यात्मिक होने के लिये जरुरी है खुुद से रुबरु होना]
सही चीजों पर फोकस करें: हमारे मस्तिष्क में एक साथ काफी सारे विचार चल रहे होते हैं जिससे हम सही विचार पर केन्द्रित नहीं हो पाते हैं। कई बार स्थिति काफी ज्यादा मुश्किल हो जाती है और हम इस बात को लेकर कर संशय में पड़ जाते हैं कि क्या सही है और क्या गलत। इसलिए सही विचारों पर ही फोकस करें। इसके साथ ही आपके भीतर सही और गलत में अंतर करने की बौधिक शक्ति को भी दुरुस्त करेगा।
अपनी सफलताओं के बारे में सोचें: अध्यात्मिक होने के लिए सबसे जरुरी है व्यक्ति के भीतर सकारात्मक सोच हो। जब आप अपने हर कार्य में सफल होने लगते हैं तब आपके भीतर आत्मविश्वास बढ़ने लगता है। इस बात को ध्यान रखें और अपनी सफलताओं के बारे में सोचकर उन्हें सेलिब्रेट करें। अपने मन और अपने आप को आप जितना खुश रखेगें उतना ही आप सकारात्मक सोचेगें।
वो करें जो आपको पसंद हो: हम खुद को बाकी लोगों से बेहतर जानते है और अध्यात्म भी यही कहता है कि आप अपने आप को जानेे। केवल तभी आप अध्यात्मिक बन सकते हैं। इसके लिए जरुरी है कि आपका मन शांत हो। मन को शांत रखने के लिये वो काम करें जिनसे आपको खुशी मिलती हो। [ये भी पढ़ें : उपाय जिन्हें आजमाने से जीवन में होगा सकारात्मक ऊर्जा का संचार]