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यौन संचारित रोगों के कारण भारत में प्राभावित होने वाले लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ते जा रही है, आज भी सालाना तौर पर इन बीमारियों से संचारित लोगों की संख्या लाखों में हैं, इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण जो निकल कर आया वो ये है कि लोगों को इन बीमारियों के बारें में पूरी और सही जानकारी नहीं है। साथ ही जिन लोगों को इस बीमारी की शिकायत होती है वह इसका इलाज ठीक से नहीं करवातें हैं जिसकी वजह से उनके माध्यम से यह बीमारी अन्य लोगों को भी होने की आशंका होती है। लोग इन बीमारियों के साथ डॉक्टर के पास तो आते है लेकिन उनसे सवाल नहीं करते है जिसकी वजह बहुत सी इन बीमारियों को लेकर बहुत सी बाते अनकही रह जाती, जिनके बारें में जानना बहुत जरुरी होता है। आइए जानते है उन सवालों के बारें में जो सीधे तौर पर यौन संचारित रोगों से जुड़े हुए हैं।
जो सुरक्षित सेक्स नहीं करते है उन्हें इन बीमारियों के बारें में कब तक मालूम चलता है? इसका सही जवाब यह है कि इसके बारे में आपको एकदम से मालूम नहीं होता, समय के साथ-साथ इसके लक्षण देखने को मिलते है और साथ ही साथ इस बात को निश्चित नहीं किया जा सकता है कि इन लक्षणों के बारें में आपको पता कब तक चलेगा। इसमें एक सप्ताह से लेकर एक साल तक लग सकता है। [ये भी पढ़ें: जानिए पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज(श्रोणी में सूजन की बीमारी) के बारे में]
क्या जिसे हर्पीस होता है उसके बारें उसे पहले से बिल्कुल भी मालूम नहीं होता है? ऐसे बहुत से लोग होते है जिन्हें सेक्स से पहले इस बात के बारें बिल्कुल भी मालूम नहीं होता है कि उन्हें हर्पीस जैसा कोई यौन संचारित रोग है। उन्हें इसके बारें में तब मालूम होता है जब उनके साथी को भी सेक्स के बाद यह बीमारी हो जाती है, कुछ लोग झूठ भी बोलते हैं लेकिन बहुत से लोगों को इसके बारें में सच में नहीं मालूम होता है, क्योंकि इसके लक्षण बहुत जल्दी से पता नहीं चलते है और ना ही डॉक्टर भी इस बात को पता कर पाते हैं।
अगर कोई बिना कंडोम के सेक्स करता है तो क्या ऐसा संभव है कि अगली बार कंडोम के साथ सेक्स करने पर वह इन रोगों से बच सकता है?
अगर आप किसी के साथ बिना कंडोम के सेक्स करते हैं और वह व्यक्ति संक्रमित है तो ज्यादा संभावना है कि आप भी इस बीमारी से संक्रमित हैं। अगर आप बच जाते हैं तो आपको आगे से इस बात का ध्यान रखना है कि आप बिना प्रोटेक्शन के सेक्स न करें जिससे आपको इस तरह की बीमारी न हो।
क्या पेशाब के साथ वीर्य का आना गोनोरिया के ही लक्षण हैं? इस तरह की कोई भी समस्या हो तो इसका एकमात्र कारण है कि आपको यौन संचारित रोग है, मगर इसके लिए कोई चिंता की बात नहीं है इसका सही समय पर पता लग जाने के बाद सबसे पहले अपने डॉक्टर के पास जाये और साथ ही साथ अपने पेशाब का एक नमूना भी ले जाए जिससे की इसकी जांच कर इस बात की पुष्टि की जा सके।
क्या अगर किसी एक को भी यह बीमारी है तो उसे अपने साथी को बताना ठीक रहेगा? यह सबसे अच्छी बात है कि अगर किसी भी व्यक्ति को इस बीमारी की शिकायत है या वो इस तरह की किसी बीमारी से प्रभावित है तो सम्बन्ध बनाने से पहले उसे अपने साथी को इस बारें में बताना जरुरी है। ताकि आपका साथी इस बीमारी से अवगत हो जाए और सुरक्षित रूप से सम्बन्ध बनायें। इन सब बातों को आप सबसे पहले बता दे जो बहुत ज्यादा जरुरी है।
पुरुषों में एच.पी.वी. टेस्ट नहीं होता है इसका मतलब यह हुआ कि उनको इस बीमारी से कोई खतरा नहीं होता है?
हालांकि पुरुषों में सर्वाइकल कैंसर नहीं होता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें एच.पी.वी से कोई खतरा नहीं है। उन्हें इससे यौन संचारित कैंसर होने का खतरा रहता है और साथ पुरुषों को जेनाइटल वार्ट्स का भी खतरा रहता है। [ये भी पढ़ें: यौन संचारित रोगों के ये मिथक करते हैं आपको गुमराह]
अगर किसी को ये बीमारी है तो इसके बारें में उसे मालूम होगा? जरुरी नहीं है कि यह बीमारी सिर्फ और सिर्फ यौन संबंध बनाने की वजह से ही हो। इसके अन्य कारण भी हो सकते है क्योंकि इनमें कई ऐसी बीमारी है जो यौन सम्बन्ध बनाने के आलावा भी अन्य कारणों से होते हैं, यह संक्रमित खून से, इंजेक्शन के माध्यम से या कई बार संक्रमित व्यक्ति के टच से भी हो जाती हैं। इसलिए अगर आपको यह बीमारी है तो डॉक्टर से इसके बारें में सलाह करें।