कई बार यौन संचारित रोग को लक्षणों के माध्यम से पता नहीं लग पाते हैं। इसलिए जब भी इस तरह के रोगों को लेकर थोड़ी भी संका हो इस तरह की बीमारियों की जांच करवा लेनी चाहिए।
यौन संचारित रोग
क्या है ह्यूमन पैपिलोमा वायरस और कैसे बचा जाए इसके संक्रमण से
ह्यूमन पैपिलोमा वायरस के कारण फैलने वाला एक यौन संचारित रोग है जो इससे ग्रसित व्यक्ति के साथ यौन संबंध बनाने से फैलता है। यह 100 से ज्यादा प्रकार के होते हैं।
जानें किन कारणों से होता है हेपेटाइटिस-ए और कैसे करें उनका उपचार
हेपेटाइटिस ए हेपेटाइटिस नामक वायरस से फैलने वाली बीमारी है। इसमें लीवर में सूजन के साथ फाइब्रोसिस को नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है।
जेनाइटल वार्ट्स के बारे में आपको होनी चाहिए यह जानकारियां
जेनाइटल वार्ट्स अधिकांश मामलों में एचपीवी के कारण होता है और यह 70 से अधिक प्रकार के होते हैं जो विशेष रूप से जेनाइटल को प्रभावित करते हैं।
इन आसान घरेलू उपायों से दूर करें जेनाइटल वार्ट्स को
जेनाइटल वार्ट्स मस्से या दाने जैसा दिखता है, जिसके बारे में पता लगाना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन कुछ ऐसे घरेलू उपचार भी होते हैं जिनसे आप इसे ठीक कर सकते हैं।
ये घरेलू तरीकें दिलाएंगे गोनोरिया की समस्या से निजात
आइए जानते हैं गोनोरिया से जुड़े कुछ घरेलू उपचार जिनके इस्तेमाल से आप इस संक्रामक बीमारी को दूर कर सकते हैं।
जाने कैसे थायरॉइड की समस्या यौन रोग से जुड़ी है
थायराइड ग्लैंड शरीर के मेटाबोलिज्म को नियंत्रण करता है और आपके हृदय, मांसपेशियां और कोलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करता है। तो आइए जानते हैं यौन रोग और थायरॉयड के बीच क्या है समानताएं।
वर्ल्ड एड्स डे: जाने कैसे बच्चों में फैलता है एचआईवी एड्स का संक्रमण
आज संपूर्ण विश्व में एच.आई.वी./एड्स जैसी खतरनाक बीमारी पूरे विश्व में फ़ैल चुकी है। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को सकता है, बच्चों में भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है। 2005 में यूनिसेफ द्वारा किये गए एक सर्वे के अनुसार हर 14 सेकेंड में एक बच्चे को एच.आई.वी./एड्स होता है।
लिंफोग्रेनुलोमा वेनेरेम के बारे में जानिए कुछ आवश्यक बातें
लिंफोग्रेनुलोमा वेनेरेम यौन संचारित रोग है। जो क्लैमाइडिया बैक्टीरिया में तनाव के कारण होता है। इसमें लिम्फैटिक वाहिकाओं में सूजन और फफोले हो जाते हैं।
वर्ल्ड एड्स डे: एड्स से जुड़ी कुछ खास बातें जिन्हें जानना है आवश्यक
असुरक्षित यौन संबंध बनाने से एड्स होने की संभावना होती है। एचआईवी के मरीजों का वजन अचानक से कम नहीं होता है बल्कि धीरे-धीरे कम होता है। तो आइए जानते हैं इनसे जुड़ी कुछ और बातों के बारे में।