आपका स्वास्थ्य भी आपके वैवाहिक जीवन पर प्रभाव डालता है खासतौर पर आपका यौन स्वास्थ्य। अगर आप सेक्सुअली स्वस्थ नहीं है तो इसका बुरा असर आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर तो पड़ता ही है साथ ही इससे आपके संबंध भी खराब हो सकते हैं।
यौन स्वास्थ्य
लाभकारी योगासन जो आपके लिबिडो को बढ़ाने में हैं सहायक
योग ना केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है, यह साथ ही आपकी सेक्सुअल हेल्थ के लिए भी लाभकारी है। इसकी मदद से आपकी लिबिडो बढ़ती है साथ ही सेक्स लाइफ को खुशहाल बनाया जा सकता है।
किन खाद्य पदार्थों के कारण प्रभावित हो सकती है आपकी सेक्स लाइफ
अगर आप चाहते हैं कि आपके और आपके साथी के बीच सभी ठीक रहे और आपकी सेक्स लाइफ खुशहाल रहे तो आज से अपने डाइट प्लान को बदलें और इनमें से कुछ खाद्य पदार्थों को बाहर निकाल दें।
इन तरीकों से जानें कि आपका पीरियड क्रैम्प सामान्य है या नहीं
पीरियड के दौरान दर्द होने का मुख्य कारण गर्भाशय की मांसपेशियों में खिंचाव होना होता है। यह खिंचाव एक केमिकल के कारण होता है जिसे प्रोस्टाग्लैंडीन(prostaglandins) कहते हैं। यह केमिकल एंडोमेट्रियल टिशू को निकालने में मदद करता है।
वेजाइनल इचिंग के क्या कारण हो सकते हैं
वेजाइनल इचिंग की समस्या आम होती है। बैक्टीरिया या यीस्ट के जमा हो जाने के कारण यह इंफेक्शन हो जाती है। यौन संचारित रोग या यीस्ट इंफेक्शन के कारण यह समस्या उत्पन्न हो जाती है जो कई बार परेशानी का सबब बन जाती है।
प्रेग्नेंसी के अलावा पीरियड्स लेट होने के और क्या कारण हो सकते हैं
अनियमित पीरियड्स होने का कारण सिर्फ प्रेग्नेंसी नहीं होता है बल्कि तनाव, सिरदर्द या प्रीमेनोपौज के कारण भी पीरियड्स मिस होने की संभावनाएं बढ़ जाती है। अत्यधिक वजन बढ़ना या कम होने से भी पीरियड्स मिस हो सकता है।
इनफर्टिलिटी के उपचार के दौरान ध्यान में रखें ये बातें
गर्भधारण के दौरान कई बार कुछ समस्याएं देखनें को मिलती है, उन्हीं में से एक फर्टिलिटी की समस्या। इसका समय पर उपचार कराना ज़रूरी है। उपचार के साथ-साथ कुछ खास बातों को भी ध्यान में रखना भी जरुरी होता है।
फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए क्यों जरुरी है फॉलिक एसिड का सेवन
आपका डाइट प्लान भी आपके खुशहाल यौन जीवन के लिए जिम्मेदार होता है। आहार में फॉलिक एसिज या फॉलेट की प्रचुर मात्रा शामिल करने से आप अपनी फर्टिलिटी में सुधार कर सकते हैं।
भावनात्मक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करता है कैज्युअल सेक्स
जब दो सेक्सुअली एक्टिव व्यक्ति के एक-दूसरे के साथ केवल भौतिक आनंद के लिए यौन संबंध बनाते हैं तो इसे कैज्युअल सेक्स कहते हैं। हालांकि आज के समय में बढ़ते इस चलन के कई हानिकारक प्रभाव भी हैं।
कारण जो पुरुषों में शुक्राणाओं की संख्या को प्रभावित करते हैं
पुरुषों के यौन जीवन के स्वस्थ्य होने के लिए और प्रजनन के नजरिए से भी उनके वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या का अधिक होना आवश्यक है। यदि वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या कम है तो इसके पीछे का कारण आपकी कई दैनिक आदतें हो सकती हैं।