असुरक्षित तरीके से यौन संबंध बनाने के बाद इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव्स का इस्तेमाल करके गर्भधारण को रोका जा सकता है। इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव्स गर्भनिरोध गोलियों और इंट्रायूटेरिन डिवाइस के रुप में इस्तेमाल किया दा सकता है।
गर्भनिरोध
क्या है बर्थ कंट्रोल शॉट्स और इसके इस्तेमाल के फायदे
बर्थ कंट्रोल शॉट एक गर्भनिरोध इंजेक्शन है जिसमें प्रोजेस्टीन पाया जाता है। इसके उपयोग से महिलाओं में ओव्यूलेशन की प्रक्रिया नहीं होती। यह गर्भनिरोध का नया प्रचलित तरीका है और शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
गर्भनिरोध के प्राकृतिक तरीके
गर्भनिरोध के लिए कई तरह की दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप दवाइयों का सेवन करना नहीं चाहती हैं तो इसके बजाय प्राकृतिक तरीकों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ये भी प्रभावी होते हैं।
कितने प्रकार की होती हैं इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियां
हार्मोनल बदलाव करके गर्भधारण से बचने के लिए इमरजेंसी गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन किया जाता है। यह कई प्रकार की होती हैं। जिनका इस्तेमाल करके गर्भधआरण करने बचा जा सकता है।
बर्थ कंट्रोल शॉट के इस्तेमाल से शरीर पर दिख सकते हैं ये दुष्प्रभाव
बर्थ कंट्रोल शॉट एक गर्भनिरोध इंजेक्शन है जिसमें प्रोजेस्टीन पाया जाता है। इसके उपयोग से महिलाओं में ओव्यूलेशन की प्रक्रिया नहीं होती। यह गर्भनिरोध का नया प्रचलित तरीका है लेकिन इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं।
गर्भधारण को रोकने के अलावा और भी काम करती हैं गर्भनिरोधक दवाइयां
गर्भनिरोधक दवाइयों का इस्तेमाल केवल गर्भनिरोध के लिए ही नहीं किया जाता है बल्कि आप इन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं में राहत पाने के लिए भी उपयोग कर सकती हैं।
क्या हैं मिनी पिल्स और गर्भनिरोध में कैसे हैं प्रभावी
मिनी पिल्स प्रोजेस्टिन या प्रोजेस्टोजन नामक एक ही हार्मोन होता है जिसकी वजह से इसके साइड इफेक्ट कम देखने को मिलते हैं। यह 35 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं में ज्यादा प्रचलित है।
सर्विकल कैप के इस्तेमाल से पहले जाने कुछ ज़रूरी बातें
सर्विकल कैप में स्परमिसाइड होते हैं जो कि एक रसायन है। यह शुक्राणुओं को मारता है और अनचाहे गर्भधारण की संभावना को खत्म करता है। इसका इस्तेमाल यौन संबंध बनाने के 6 घंटे पहले करना चाहिए।
जानें क्या है गर्भनिरोध के लिए लिया जाने वाले बर्थ कंट्रोल शॉट
अगर आप पीरियड्स के बाद 5 दिनों के अंदर ही शॉट का उपयोग करती हैं तो यह पहले इंजेक्शन से ही गर्भनिरोध के तौर पर काम करना शुरु कर देता है।
जानिये गर्भनिरोधन से कैसे जुड़ा है लैक्टेशनल अमेनोरिया मेथड
जब महिला 6 महीने तक लगातार अपने बच्चे को स्तनपान कराती है तो जो हॉर्मोन स्तन में दूध का निर्माण करते हैं, वो ओवरी में एग(डिम्ब) के निर्माण को 6 महीने तक बाधित करते हैं। इस तरह महिलायें 6 महीने तक गर्भधारण नहीं कर पाती।