
यह योग मुद्रा पैर को स्वस्थ और फिट रखने में मदद करता है।
Viparita Karani Or Legs Up: योग हमें केवल शारीरिक रूप से फिट रहने में मदद नहीं करता बल्कि मानसिक रूप से मजबूत बनाने में भी हमारी सहायता करता है। लैग्स अप पोज या विपरीत करनी आसन फिट और स्वस्थ रहने के लिए सबसे अच्छे योगासनो में से एक है। यह उम्र बढ़ने के लक्षणों को रोकता है और पूरे शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर करने में मदद करता है। यह बोवेल मूवमेंट्स को बेहतर करता है और पाचन को स्वस्थ रखता है। अधिक और पूरा लाभ प्राप्त करने के लिए आपको योग का अभ्यास सही तरीके से करना चाहिए। हम आपको विपरीत करनी योगासन करने की सही विधि और इसके लाभों के बारे में बता रहे हैं। [ये भी पढ़ें: इंसोम्निया की समस्या के लिए लाभकारी योगासन]
Viparita Karnani Yoga asana or legs up yoga pose: विपरीत करनी योगासन करने की सही विधि क्या है
- विपरीत करनी योगासन कैसे करें
- विपरीत करनी योगासन के लाभ
विपरीत करनी योगासन कैसे करें
- दीवार के करीब बैठ जाएं और अपने पैरों को फर्श पर रखें। अपनी पीठ के बल लेट जाए और अपने
- पैरों को दीवार से लगाकर सीधा करें।
- अब दीवारों के सहारे अपने पैरों को ऊपर उठाएं।
- यह थोड़ा असहज हो सकता है लेकिन धीरे-धीरे आपको आराम मिलेगा।
- अब धीरे-धीरे अपने कूल्हों को ऊपर उठाएं।
- अपने शरीर को अपने हाथों से सपोर्ट करें।
- अपनी गर्दन, कंधे और चेहरे को स्थिर रखें।
- इस अवस्था में 5 मिनट तक गहरी सांस लें और सांस छोड़ें। धीरे-धीरे इस अवस्था से बाहर आएं।
विपरीत करनी योगासन के लाभ
- इस योगासन को इंवर्टेड लेक पोज के रूप में भी जाना जाता है। यह थके हुए पैरों को आराम देने में मदद करता है।
- यह दिमाग और शरीर को चिंता से छुटकारा पाने में मदद करता है।
- जिन लोगों को गठिया की समस्या है, उन्हें दर्द में राहत पाने के लिए इसका अभ्यास करना चाहिए।
- यह इंसोम्निया और डिप्रेशन से छुटकारा पाने में मदद करता है।
- इस योगासन का अभ्यास हर रोज करने से यूरिनरी डिसऑर्डर के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
- यह योग मुद्रा माइग्रेन में राहत दिलाने में भी मदद करती है।
[जरुर पढ़ें: शारीरिक और मानसिक रुप से सक्रिय रहने के लिए योगासन]
ये विपत्ति करनी योग आसन का अभ्यास करने के कुछ लाभ हैं। आप इस आर्टिकल को इंग्लिश में भी पढ़ सकते हैं।