
हड्डियां जीवित ऊतक होती हैं जो लगातार टूटती और बनती रहती हैं। जिसके कारण हड्डियों का घनत्व प्रभावित होता है। जिसकी वजह से संतुलन में दिक्कत आना शुरु हो जाती है और ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा बढ़ जाता है। उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होती जाती हैं। जिसे कुछ योगासन की मदद से मजबूत किया जा सकता है। योग कई बीमारियों को ठीक करने में मदद करता है और कई महत्वपूर्ण शारीरिक प्रक्रियाओं को बढ़ावा देता है और उत्तेजित करता है। योग मन को शांत करने में भी मदद करता है। तो आइए आपको उन योगासन के बारे में बताते हैं जो मन की शांति देने के अलावा हड्डियों को मजबूत करने में मदद करेंगें।[ये भी पढ़ें: जानिए उत्तानासन करने की विधि और इसके स्वास्थ्य लाभ]
1-त्रिकोणासन:
यह आसन आसानी से किया जा सकता है और इसके कई फायदे भी होते हैं। यह आसन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाने और जठरांत्र को भी राहत दिलाने में मदद करता है। त्रिकोणासन पूरे शरीर को स्ट्रैच करने के साथ निचले शरीर और हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है।
2-सलाभासन:इसे ग्रैस्हापर और लोक्सट पोज भी कहते हैं। यह आसन पैर और पीठ के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। यह हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है। इस आसन को करने के लिए अपने पैर और ऊपरी धड़ उठाकर शुरू करें। इसे 10 सेकेंड के लिए दबाएं और इसे तीन बार दोहराएं। यह मुद्रा कमर दर्द को दूर करने में मदद करती है।[ये भी पढ़ें: जानिए बकासन करने की विधि और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ]
3- वृक्षासन:यह आसन हड्डियों की मजबूती के लिए फायदेमंद होता है। यह बहुत ही लोकप्रिय आसन है। इस आसन को 1 मिनट तक करने से हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं। साथ ही स्ट्रैचिंग करने से आपका दिमाग शांत होता है।
4-उत्थित पार्श्वकोणासन:
इस आसन में आपके एक तरफ से स्ट्रैच करके हड्डियों को मजबूत करने में मदद मिलती है। आप यह आसन हाथ को फर्श पर रखकर या घुटने पर रखकर कर सकती हैं। यह हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
5- सेतु बांधा सर्वंगसासन:ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टर इस आसन को करने की सलाह देते हैं। साथ ही यह आसन पीठ, छाती और गर्दन को स्ट्रैच करने में मदद करता है। इसके अच्छे परिणाम के लिए इसी मुद्रा में कम से कम 1 मिनट तक रहें।
6-परिवर्त त्रिकोणासन:
यह एक और आसन है जो हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह ट्विस्टिड पोज हड्डी के उत्पादन को प्रोत्साहित करता है और फ्रैक्चर से बचने में सहायता करता है। स्ट्रैचिंग करने से हड्डियां मजबूत होती हैं।
7- अर्ध चंद्रासन:यह आसन पैरों, पेट और रीढ़ की हड्डी को शेप में लाने में मदद करता है। साथ ही ऑस्टियोपोरोटिक के दर्द को कम करने में मदद करता है। सामान्य मुद्रा में बदलाव लाने के लिए आप ब्लॉक का इस्तेमाल कर सकते हैं।[ये भी पढ़ें: बद्धकोणासन करने की विधि और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ]