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हर तरह के मसल्स ग्रुप में कोर मसल्स सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होती हैं। इस मांसपेशियों के समूह में पीठ, कूल्हे और पेट आदि की मसल्स शामिल हैं। ये मसल्स रोजाना कि क्रियाओं जैसे मुड़ने, झुकने और वजन उठाने आदि में काम महत्वपूर्ण योगदान देती है। लेकिन लोग अक्सर शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को अनदेखा कर देते हैं, कोर मसल्स को दरकिनार करने से इनमें कमजोरी आ जाती है, आइए जानते हैं कि कौन- कौन से संकेत ये बताते हैं कि आपकी कोर मसल्स कमजोर है। [ये भी पढ़ें: पूरे शरीर को मस्कुलर बनाने के लिए प्रभावी सीटेड वर्कआउट]
1. कमर के निचले हिस्से में दर्द होना: कोर मसल्स के कमजोर होने पर कमर के निचले हिस्से में दर्द होता है, यह दर्द स्पाइन यानि की रीढ़ की हड्डी के आसपास की मसल्स कमजोर होने के कारण होता है। अगर आपकी कमर में बिना झटका लगे या किसी अन्य कारण के बिना ही लगातार कई दिनों तक दर्द होता है तो समझ लीजिए कि ये कोर मसल्स में परेशानी का संकेत हैं।
2. बैठने और खड़े होने की मुद्रा का खराब होना: कमजोर कोर मसल्स का ये भी एक साधारण संकेत है। ये मसल्स आपके पेट और कमर के निचले हिस्से की और रीढ़ की सही मुद्रा बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही ये कंधों और कमर की मुद्रा को भी सही रखने में मदद करता है। इन मसल्स के कमजोर होने आपकी मसल्स शरीर को एक सही सहारा नहीं प्रदान कर पाती और आपकी मुद्राएं बिगड़ जाती है।[ये भी पढ़ें: वर्कआउट से बोरियत दूर कर दिलचस्प बनाने के टिप्स]
3. हाथ-पैरों में दर्द: कोर मसल्स के कमजोर होने का एक संकेत ये भी है कि इससे हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है। अगर आपको हाथ और पैरों से कोई भी शारीरिक क्रिया करने में परेशानी होती है तो यह कोर मसल्स के कमजोर होने का संकेत हैं।
4. चीजों को सही से पकड़ने में परेशानी होना: कोर मसल्स में कमजोरी होने से आप सही तरीके से किसी भी चीज को पकड़ नहीं पाते। अगर आपको 50 से 60 सेकेंड सिर्फ अपनी स्थिति को संभालने और उस चीज को सही तरह से पकड़ने में लग जाती है तो समझें की आपकी कोर मसल्स अब किसी परेशानी की ओर संकेत कर रही है।[ये भी पढ़ें: मॉर्निंग वर्कआउट के बाद एनर्जी बढ़ाने के लिए जरुरी फूड]