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पिलेट्स रिफॉर्मर की मदद से आप कई तरह की एक्सरसाइज कर सकते हैं, जो आपके शरीर की विभिन्न मसल्स को मजबूत बनाती है और कमर दर्द से छुटकारा, लचीलापन बढ़ाना और संतुलन को भी बेहतर बनाती है। हालांकि लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती, इसलिए वह इस एक्सरसाइज से मिलने वाले फायदों से दूर रहते हैं। पिलेट्स रिफॉर्मर एक्सरसाइज मुख्यतः आपके वजन को कम करने, कोर मसल्स और पैरों को मजबूत बनाने में मदद करती है। आइए जानते हैं कि पिलेट्स रिफॉर्मर एक्सरसाइज किन-किन तरीकों से की जा सकती है। [ये भी पढ़ें: वार्मअप की मदद से करें कमर दर्द दूर]
1.हिप एक्सटेंशन:

हिप एक्सटेंशन एक्सरसाइज से आपके कूल्हों की ग्लुटियस मीडियस मसल्स को मजबूती मिलती है, जो कि आपके कूल्हों के बाहरी हिस्से में होती हैं। यह मसल्स आपके कूदने और दौड़ लगाने के दौरान काम करती हैं। इसे करने के लिए रिफॉर्मर प्लेटफार्म पर कमर के बल लेट जाएं और अपने पैरों को ऊपर हवा में इस तरह उठा लें कि 90 डिग्री का कोण बन रहा हो। अब पैरों की मदद से रिफॉर्मर स्ट्रैप को रिफॉर्मर की तरफ नीचे लेकर आएं। नीचे आने के बाद वापस पिछली स्थिति में ऊपर ले जाएं।
2.लेग सर्किल एक्सरसाइज:
यह एक्सरसाइज आपके कूल्हों और जांघों की मसल्स को मजबूत बनाने और उनमें लचीलापन लाने के काम आती है। लेग सर्किल एक्सरसाइज को करने से आपकी कमर के निचले हिस्से की अतिरिक्त चर्बी घटाने में भी मदद मिलती है। इसे करने के लिए रिफॉर्मर प्लेटफार्म पर लेट जाएं और स्ट्रैप को तलवों पर बांध लें। अब अपने पैरों को 90 डिग्री के कोण पर उठाएं और पैरों से हवा में गोलाकार आकृति बनाएं। [ये भी पढ़ें: मिनी रेजिस्टेंस बैंड के साथ की जाने वाली एक्सरसाइज]
3.एलीफैंट एक्सरसाइज:
एलीफैंट एक्सरसाइज आपके पेट की मसल्स और शरीर के निचले हिस्सों जैसे कूल्हों, कमर का निचला हिस्सा, हैमस्ट्रिंग, काफ को लचीला बनाता है। साथ ही आपका शारीरिक संतुलन सुधारने में भी मदद करता है। इसे करने के लिए रिफॉर्मर फुटबार पर हाथों को रखें। अब अपने दोनों पैरों को थोड़ा आगे-पीछे रखें। अब अपने पैरों से रिफॉर्मर प्लेटफार्म को पीछे की तरफ धकेलें और फिर वापस लेकर आएं। [ये भी पढ़ें: हूला हूप्स एक्सरसाइज की मदद से करें खुद को फिट]