हम सभी अच्छे और स्वादिष्ट खाने के बहुत ज्यादा शौकीन होते हैं। यह शौक एक सीमा तक ही हमारे स्वास्थ्य के लिए ठीक होता है परन्तु जब यह सीमा से बाहर निकलकर एक लत का रूप ले ले तब फ़ूड एडिक्शन की संभवना हो जाती है।
जानिए क्या है मानसिक अस्वस्थता, इसके कारण और लक्षण
किसी भी व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहना बहुत जरुरी है। शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने पर हम आसानी से पहचान जाते है लेकिन मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर उसे पहचनना मुश्किल होता है।
वृद्धावस्था में बनाएं अध्यात्म को अपना साथी
वृद्धावस्था एक ऐसी अवस्था है जब इंसान अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जीवनयापन करता है। इस दौरान अध्यात्म के करीब रहना बेहतर हो सकता है। वृद्धावस्था में अध्यात्म के निकट रहने के लिए इन बातों का पालन जरुर करें।
इनफर्टिलिटी के उपचार के दौरान ध्यान में रखें ये बातें
गर्भधारण के दौरान कई बार कुछ समस्याएं देखनें को मिलती है, उन्हीं में से एक फर्टिलिटी की समस्या। इसका समय पर उपचार कराना ज़रूरी है। उपचार के साथ-साथ कुछ खास बातों को भी ध्यान में रखना भी जरुरी होता है।
ब्लैकबेरी के सेवन से स्वास्थ्य में ला सकते हैं ये सुधार
ब्लैकबेरी एक उचित सुपर फूड है जो रक्त कोशिकाओं के असामान्य फंक्शन को सुधारने में मदद करता है, साथ ही आपके स्वास्थ्य को भी सुधारता है। इसके सेवन से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है।
उपाय जिनसे जीवन में होगा सकारात्मक ऊर्जा का संचार
जीवन में सकारात्मकता का होना खुशहाल जीवन का प्रतीक है। अगर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की जगह नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा हो जाए तो स्थिति खराब हो सकती है। इसलिये आप जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने के लिए कई तरीके अपना सकते हैं।
उपाय जो आपके जीवन में लाएंगे अध्यात्मिकता का प्रकाश
जीवन में अध्यात्म का प्रकाश होना बेहद जरुरी है। बहुत लोग अध्यात्मिकता को अपनाना चाहते हैं पर वो ये नहीं जानते कि अध्यात्मिक कैसे हो सकते हैं। इन सुझावों के द्वारा हम आसानी से अध्यात्म के करीब जा सकते हैं।
सुपर फूड जो टाइप 2 डायबिटीज को दूर करने में हैं असरदार
कई ऐसे सुपर फूड हैं जिनका सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज के होने की संभवनाओं को तो दूर किया जा सकता है, साथ ही साथ यह उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हैं जो इस तरह की समस्या से ग्रसित हो चुके हैं।
इस तरह से आप वर्कप्लेस पर भी जुड़े रह सकते हैं अध्यात्म से
ऑफिस, दफ्तर, या जहां हम काम करते हैं, ये वो जगह हैं जहां काम का तनाव ज्यादा होता है। ऐसे में इस जगह हमारा सम्पर्क अध्यात्म से टूट जाता है। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि वर्कप्लेस पर भी कैसे आप अध्यात्म से जुड़े रह कर तनाव से मुक्त रह सकते हैं।
अध्यात्मिक होने के लिये जरुरी है ख़ुद से रुबरु होना
आज के दौर में हम पूरी दुनिया से तो जुड़ गए हैं पर खुद से जुड़ाव खत्म सा हो गया है। इंसान का खुद से जुड़ा होना बेहद जरुरी है जो मानसिक स्वास्थ्य और शांति के लिए बहुत जरुरी होता है।